मूर्तिपूजा और बहुविवाह जैसी बहुत सी कुरीतियाँ दूर करने के लिए उदित इस्लाम आखिर कब खोदेगा बहुविवाह का कब्र? पवित्र कुरान में लिखा गया है कि “हमने पुरुषो को स्त्रियों पर हाकिम बनाकर भेजा है.” इस “हमने” का अर्थ समझना निश्चित रूप से जटिल है. असीमित पत्नीत्व को बहुपत्नीत्व तक तक सीमित करना तात्कालिक उपायों में से एक था, परन्तु आज 1400 वर्ष पूर्व की यह व्यवस्था बूढी हो चुकी है. आज का समये स्त्री-पुरुष के बीच कोई भी विभेद्कारी व्यवस्था सहजता से स्वीकार करने की स्थिति में नहीं है. प्रत्येक मुसलमान एक समय में चार पत्नियाँ रख सकता है परन्तु पत्नी को यह अधिकार नहीं है कि वह एक समय में एक से अधिक पति रख सके (Art. 255 & 256 Mulla Muslim Law). समानता के सिद्धांत का (Article 15 Constitution of India) का उलंघन करने वाली प्रथा को त्यागने के लिए आवाज उठनी चाहिए. यदि यह आवाज मुस्लिम सामाज के भीतर से उठे, तो परिवर्तन का रास्ता आसान हो सकता है.
Full Stop No. 08/2023 (Property – Dispute)
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